१-सानिया मिर्ज़ा के पैरो के सामने हमारा तिरंगा !
२- कूड़े-कचरे में पड़ा हुआ हमारा तिरंगा !
३- इनको माता निर्मला देवी कहा जाता है जिनके चरणों में झंडा पड़ा है .....!!
४ -यह राष्ट्र गान हो रहा है ... और इन महोदय (लालू जी व राबड़ी जी ) को उसके सम्मान में खड़ा होना भी गंवारानही !
५ -जूते के तले व कुर्सियों के निचे कचरे की तरह पड़ा हमारा तिरंगा ...उफ़ !
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------------आज देश प्रेम की बाते बरसाती मेंढक की टरटराहट की तरह हो गयी है ! २६ जनवरी और १५ अगस्तआया नही की वास्तविक दुनिया से आभासी दुनिया तक सभी देश भक्ति की बड़ी-बड़ी बाते करने में जुट जाते हैहर बंदा देशभक्ति के रंग में रंग जाता है .... कुछ लोग तिरंगे का टैटू बनवाते है तो कोई तिरंगे का टोपी पहनता हैतो कुछ लोग अपने गाडियों में ही तिरंगा लगा लेते है इस आभासी दुनिया में भी कुछ अपने प्रोफाइल फोटो मेंतिरंगा लगा रहे हैं तो कुछ पाकिस्तान को कोसने में लगे है और कुछ फेसबुकियो ने ऐसा बवाल मचाया है आजकलकि वे देश कि सारी समस्याओ का सारा निपटारा अभी फेसबुक पर ही कर के दम लेंगे ! इसके ठीक एक दिन बादही यानि कि २७ जनवरी और १६ अगस्त को ही हमें तिरंगा कूड़े या सडको पर फेंका हुआ हुआ नज़र आता है !
----------- आज जब की लाल -चौक पर झंडा न फहराने दिए जाने को लेकर इतनी कवायद हो रही है तो फिरहम झंडे के सम्मान के लिए अपने घर से ही शुरुवात क्यों नही करते ?
-------------- मेरे विद्यालय से लेकर मेरे घर के संस्कार भी यही कहते है की इन दोनों ही दिनों में सूर्यास्त सेपहले ही झंडा सम्मान पूर्वक उतार कर रख देना चाहिए ..... मैं पिछले कई सालो से 15 अगस्त और 26 जनवरी केदिन या जब भी दिखता है .. तिरंगे कि प्लास्टिक की झंडियाँ बीनता रही हूँ अपने शहर में ... कुछ लोग हँसते भी हैऔर कुछ बस देखते ही रह जाते हैं और कुछ ऐसे भी होतें हैं जो मेरा साथ देने लागतें है ... ..... हर बार मैं अपनेआस-पास मुहीम चलती हूँ की प्लास्टिक के झंडे न खरीदे जाए .... और उसका अपमान न होने दिया जाए .... झंडाकोई खिलौना नही हमारा सम्मान है !
पता नहीं हमारे देश के लोगो को अक्ल कब आएँगी ? किसी का खून क्यों नहीं खौलता यह सब देखकर? हम लोगस्वार्थ में किंतने अंधे हो चुके हैं ? जिस तिरंगे की शान के लिए हमारे वीर जवान अपनी जान की बाज़ी लगाने सेनहीं चूके. उस तिरंगे को हमने बिलकुल भी सम्मान नहीं दिया ..!
आइये प्रण करे कि इसी 26 जनवरी से हम प्लास्टिक की झंडियों का प्रयोग नहीं करेंगे और यदि हमको किसी भीस्थान पर ये झंडियाँ गिरी हुई मिले तो इन्हें उचित स्थान पर पहुचाएंगे...
|| भारत माता की जय || वन्दे मातरम ||
मीतू ....Copyright ©
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